________________
- ३८६
चार अनुप्रेक्षाएं
उपसंहार
६ पुत्सर्ग तप
निर्ममत्व की साधना- व्युत्सर्ग
व्युत्सगं का स्वरूप
गण-व्युत्सगं के सात हेतु
कायोत्सर्ग
देहबुद्धि का विसर्जन
कायोत्सर्ग में ध्यान
कायोत्सर्ग के चार प्रकार
व्युत्सगं के अन्य भेद
भावयुग के तीन रूप उपसंहार