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आभ्यन्तर तप का स्वरूप :
१ प्रायश्चित्त तप
बढ़ते जाओ: भूल करने की आदत प्रायश्चित्त की परिभाषा दण्ड और प्रायश्चित प्रतिसेवना बनाम दोपसेवन पेः कारण प्रायश्चित्त के भेद आलोचना बनाम दोष स्वीकृति बालोचना से लाभ कानोगना कौन कर सकता है? प्रायश्चित किसके पास? बालोचनामदीप
সমিন যা তারা