________________
मुनि श्री हजारीमल स्मृति-प्रकाशन का पन्द्रहवां सुमन
पुस्तक : | जैनधर्म की हजार शिक्षाएं प्रथम मुद्रण : | मई १९७३, अक्षय तृतीया
(वि० सं० २०३०) मुद्रक : संजय साहित्य संगम के लिए
रामनारायन मेड़तवाल श्री विष्णु प्रिंटिंग प्रेस
आगरा-२ प्रकाशक : | मुनि श्री हजारीमल स्मृति-प्रकाशन
| पीपलिया बाजार, ब्यावर मूल्य : पांच रुपये मात्र (प्लाष्टिक कवर युक्त)