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कोविद कुलालकार आचार्य अकलक २३३ श्वेताम्बर और दिगम्बर दोनो परम्पराओं के विद्वान् आचार्य अकलक के माहित्य पर मुग्ध है।
अजेयवाद सक्ति, अतुल प्रतिभावल एव मौलिक निन्तन पद्धति से आचार्य अपलक मट्ट कोविद कुल के अलकार ये। वे वीर निर्वाण को ११-१२वी० (वि० वीपी) नदी के विहान् माने गए है।