________________
१३. जन निष्टाचार
२४३-२५५ १ जैन गिप्टाचार-देव और गुरु के प्रति, वन्दनापाठ, श्रमणो का पारस्परिक शिष्टाचार, श्रावको का पारस्परिक गिप्टाचार, पति-पत्नी सम्बन्धी, स्वामी सेवक सम्बन्धी २ जैन पर्व--सम्वत्सरी, दशलक्षण पर्व., अण्टान्हिका पर्व, आय विल-ओलि पर्व, श्रृत पचमी, महावीर जयन्ती, दीपावली, तथा सलूनो रक्षावधन ।