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(३२ ) ॥ ढाल २ जी बालुडा नी देशी ॥
एकाएको देव बन्द णा कारण् । केई पूजा सल्कारौनेए । कई अरथ ने हेते प्रश्न पूछस्यांए। अर्थ तणोनिह - चो करौए। ११ कई किलोल भूत केईक जिन तणाए। वचन अपरब सांभल्या है। २। एकाएको बयण सुर सूरियाभना आघा लङ्घ सके नहीं ए। ३। मांहिरा बयण । कई मानत कई भगवन्त गै भक्तनेए। ४ ।कई सूरियार निमित्त कडक इम कहै जीवित व्यवहार आपणोए। ॥ ५ ॥ अपनी ऋ समेत सूरियाभेए। देगा आबने भेला हुवाए ॥ ६ ॥ देव देवौ आया देख सूरियाम हर्षियो । सेवक ने बोलावियोए ॥ ७॥ हुकम करे के एम जाण बिमाश ने बेग सताबौ करो ए ॥ ८॥ अनेक थंभ लगाय शोभै पूतला रूप विविध प्रकार का ए ॥६॥ घग्यो धण्टानी सेण मरिम रत्ना तणो जालाां जोर विरामतौए॥ १० ॥ लख जोजन परिसा चाले उतावलो बैग सतावी करो ए॥ ११५ अधिको जल्लस बणाय म्हारी आगन्या पाठी बेगौ सोपवो ए ॥ १२ ॥ अभोगि ए देव सुण हर्षित हुवो प्रमाण कगै सर्व अगन्याए ॥ १३ ॥ देव शक्त तत्काल रूड़ी रौत सं कियो विमाण ज शोभतो ए ॥ १४ ॥ विमाग पाबड़िया तीन उत्तर