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जैन धर्म में सामाजिक जीवन के निष्ठा सूत्र (१०६); जैन धर्म में सामाजिक जीवन के व्यवहार सूत्र (१०६); बोड-परम्परा में सामाजिक धर्म (१०८); बौद्ध धर्म में सामाजिक दायित्व (१०९); पुत्र के माता-पिता के प्रति कर्तव्य (११०); माता-पिता का पुत्र पर प्रत्युपकार (११०); आचार्य (शिक्षक) के प्रति कर्तव्य (११०); शिष्य के प्रति आचार्य का प्रत्युपकार (११०); पत्नी के प्रति पति के कर्तव्य (११०); पति के प्रति पत्नी का प्रत्युपकार (११०); मित्र के प्रति कर्तव्य (११०); मित्र का प्रत्युपकार (१११); सेवक के प्रति स्वामी के कर्तव्य (१११); सेवक का स्वामी के प्रति प्रत्युपकार (१११); श्रमणब्राह्मणों के प्रति कर्तव्य (१११); श्रमण-ब्राह्मणों का प्रत्युपकार (१११); वैदिक परम्परा में सामाजिक धर्म (१.१) ।