________________
( २९ )
मथुरा नगरी में लिखा है यह भी झूठ है क्योंकि ज्ञाता सूत्र में मिथिला नगरी में लिखा है
(७) मल्लिनाथ जी को एक दिन रात छदमस्त रहे लिखा है यह भी झूठ हैक्योंकि ज्ञाता सूत्र में उसी दिन केवली हुए लिखा है,
(८) मल्लिनाथ जी का केवल कल्याण, मथुरा नगरी में लिखा यह भी झूठ है क्योंकि ज्ञाता सूत्र में मिथिला नगरी में लिखा है।
(९) नेमनाथ जी का दीक्षा कल्याण, शौरीपुर में लिखा है यहभी झूठ है क्योंकिसमवायाङ्गसूत्र में तथा उत्तराध्ययन में द्वारिकानगरी में लिखा है ॥
(१०) अथ परस्पर विरोध (जो आत्माराम ने जैनतत्वादर्श में लिखा है सो) लिखते हैं पत्र१० वें पर श्री ऋषभदेवजी की