________________
( १८ )
आपने हाथ से लगाकर फिर कहना कि यह तोधतूरा है। और यदि किसी को यह कथनसुन के ऐसी शंका उत्पन्न होय कि पहले मुखवस्त्रिका मुख पर न थी जो लवजीने मुख पर | बांधी है तो उसको यह उत्तर यह देना चाहिये कि उन दिनों में पूर्वक कारण से मुख वस्त्रिका मुखपर लगाने वाले, सूत्रानुसार क्रिया करने वाले साधु कहीं २ दूर २ क्षेत्रों में कोई २ विरले ही थे, इससे लव जी की मुखवस्त्रिका मुख पर लगानी नवीन मालूम हुई और दूसरे वह लवजी मुखवस्त्रिकारहित यतियों का शिष्य था इससे नवीन मालूम हुई सोई लवजी ने सूत्रानुसार मुखवस्त्रिका मुख पर लगाई और जो कोई ऐसे कहे कि मुखवस्त्रिका मुखपर लगानी कहां चली है तो उसको यह पूछना