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अपने फांस लगी को भी आह करते हो और जो इस तरह बहिश्त मिलता तो खुदा ने शेरों को हलाल करके वाहश्त पहुंचाना| क्यों न बताया अपितु असे कहां अरे भाई ! जैसे समझो कि “जो सिर काटे और का, अपना रहे कटाय, सांई की दरगाह में, बदला कहीं न जाय ॥ १ ॥ सो जो शिकार खेलते हैं और कुत्ते और बाज़ जानवरों के मारने को पालते हैं और गर्भ सहित पशु जाति को मारते हैं तथा स्त्री का गर्भ गलाते हैं तथा मुर्गी के अंडे बच्चे को मार खाते हैं वे बड़े
अपराधी होते हैं क्योंकि उन की मां का कलेजा तड़फता रह जाता है सो इत्यादि कर्म करने वाले निश्चय नर्क में पड़ते हैं और वहां यम यानि फरिस्ते उस पाप के करने