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... पूजा विना श्रमिषेक होता नहीं यह नियम है-सी के स्पर्श से दोष होता तो साधु महामुनि स्त्री के हाथ का भोजन ज्यों लेने तिस से उत्तम पतिव्रता गुणवती लोयों को पूजा का निध नहीं। और शान में कही निपेय भी नहीं किया है।
गट हो कि शालों में जैनियों को "महाजन यामी बर्ड पुरुष यांनी क्षत्रीय तथा धृह्म के जानने वालों को ब्राह्मण बतलाया. है। श्री अषमदेव. जो इक्षाकवंशी थे और उन्होंने ही कर्म भूमि की रचना को । पाठकों के जानार्थ जैनियों को चौरासी बात प्रकाश ..
. करते हैं। यह सर्व जिनेंद्र पूजा प्रक्षाल कर सकते हैं। . ... जैनियों की चौरासी जाते। ... .१ खंडेलवाल : २२ मेरतवाल : ४३ कंठनेर. ६४ माडाहाड़ २ौसशल : २२.संहलबाल: .४४ लवंचू,.: . ६५ चतुर्थ . . . . ३दसोग २४ सरहिया ..."४५ धारक . ६६वायडी :
४ वघेलवाल '.२४ पद्मावती पोग्वाल४६ वाजम ६७ सनेपाल · .. :५पुशकरवाल २६सोरठीया पोरवाल गोलारार . ६८. पंचम । ....... ............... (गोतालार) . . .:.
जैसवाल...२७ भटनागिर गारी. कुरवात. सिरोंवाल २८ जम्बूसंगर ३९ श्रीगोह ७ कोलापुरी
करैया : २९ डेढ.(डेड) . . खडायत जोधापुर : .. .. :: ... .... ... . . . . . (प्रजोध्यापुरव) . : ९अपवाल::....३० ग्रहपतीया ...५१ लाइहरोदर ७२ गोढ .. १० पल्लोवाल नारायन(नारायना)पर गोलसिंहार ७३ भठेरा' . १९ गुनावाल . ३२ शडवर्ड: ५३.नरसिंहपुरा,७४,जीयादामा २२. रायकवाल:३३:हरसोरा. . . .५४नागूदह(नाग ७५ वाचन
:. द्रह या नागदा), . ११ भचीतवाल ३४ दूसर.(हूसरे) ५५ हूमड हुँवंड) ७६ गरैया . १४ करवाल... ३५.अढसप्त : . ५६ वधनोरा: ७ घायडा . ":१५ कानसीया ३६ अरुपरवालं . . पूड कापड ... सांवोड़ा ...१६ वरैया ३७ गोलाएरव... · गुरुवाल . ७९-श्रीमाल
१७ दोसावाल ३ मीट , . ५९ अनोदरा: ८०-वैस . १८.मँगलवाल :३९ शंठेरा : ६० नागरीया . १ . जलहरा ११९.पोरवाल ४० श्रीमाली . ३१-नीवा . ....रमभूकरा “२० सूरीवाल :४१ जागर पोरवाल ६२ गागरणा : ३ गोलापुरी
(गंगराणी).. इटतरवाल ४२ सिंहोरा' ... ६३ ससरापुरपाल ८४ कपात