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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम
पत्र भाषा कर्ता पुस्तकनु नाम
क्रमाक
पत्र भाषा कर्ता पुस्तकनुनाम
क्रमाक
६६९
१७७६ (१) अघटकुमारकथा
१-७ स १९०३२ (१२)अघटकुमार कथा ४ थी८ सस्कृत ३८२५(२६)अघटकुमारभास ६७-७१ गु १७७६ अघटकुमारादि बावीस कथासग्रह गद्य
८७ स १२०१५ अङ्कपाशप्रस्तरादिगणित १हिन्दी लालचन्द्र १२०१६ अङ्कपाशप्रस्तरादिगणित १ हिन्दी लालचन्द्र अङ्गचूलिका
१८ प्रा ६७० अङ्गचूलिका
२८ प्रा ७५५९ अङ्गचूलिकासूत्र
१८ प्रा १३२४४ अङ्गचूलिया
। १७ प्रा १३४४७ अङ्गचूलिया
२८७ प्रा १४८६५ अङ्गविजा
१३३ प्रा ६९९ अङ्गविद्या प्रकीर्णक १४८ प्रा. ९६३ अङ्गविद्याप्रकीर्णक १५६ प्रा. ३७२१ अङ्गविद्याप्रकीर्णक
१३१ प्रा १००८२ अङ्गविद्याप्रकीर्णक १२७ प्रा ९७६८ (२) अगस्पर्शज्ञान
४ सं १२३२८ (२) अगस्फुरणविचार १३९३६ अगस्फुरणविचार
१ हिन्दी हेमानन्द १४२७१ अगस्फुरणविचार
१ व्रज हेमानन्द १७५३४ अञ्चकारिकाभट्टिकादि कथाओ ४ स १४८१० अजाकुमाररास
१४ गु सौभाग्यरत्न
धर्मदेवगुरु १९४२ (१) अजापुत्रकथा गद्य ३-३८ सं. १६२७० अजापुत्र चतुष्पदी अपूर्ण १९ गु. ११५९७ अजापुत्ररास
७४ गु सुमतिप्रभऋषि १२०४४ अजारीनो छन्द
२ गु शान्तिकुशल
६१७० (२) अजारीशारदाछन्द
३ गु शान्तिकुशल ६१७१ अजारीसरस्वतीछन्द
३ गु शान्तिकुशल १०२२ (५) अजित-शान्तिस्तव ८-१० प्रा नन्दिषण ३३६३ अजित-शान्तिस्तव
५ प्रा नन्दिषेणाचार्य ३३०८ अजित-शान्तिस्तव सटीक त्रिपाठ
११ प्रा स मू नन्दिषेणाचार्य ९३७६ (२) अजितजिनस्तवन
२ गु १५९६६(४) अजितजिनस्तवन
४. कान्हमुनि ९९०२ (२) अजितनाथकलश
११ गु. २ रूपविजय १२३७७ (४) अजितनाथस्तव तारणदुर्गमण्डन
१ स जिनसोमसूरि ११३०८ (३) अजितनाथस्तवन
२-३ स जिनप्रभसूरि ६३०२ अजितनाथस्तवन सम्पूर्ण २-३ गु आनन्दसार १२३१० (१) अजितनाथस्तवन सावचूरि पचपाठ यमकबन्ध
१ स. १ जिनप्रभसूरि १२३४५ (१) अजितनाथस्तवन सावचूरि पचपाठ यमकमय
१ स जिनप्रभसूरि ३१२९ अजितवीनति-जीवना ५६३भेदगर्भित
२ गु मूलचन्द्र १९८५४ अजित शाति
४ ४०६ १९९३१ अजितशाति-भक्तामरबृहत्शाति
२२-४७ ४०६ १९५७४ अजितशाति बाला. सह ९ प्रा.गु १९३७७ अजितशाति बोध दीपिका
मू नदिषेण, वृत्ति सह
२१ प्रासं टी जिनप्रभसूरि १७४४९ अजितशाति स्तव
३ प्रा. नदिषेण १९१९२ (४) अजितशातिस्तव
५-६ प्रा. १९३९० (२) अजितशातिस्तव
२-४ सं.