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गुरुदेव श्री देवेन्द्र मुनि जी महाराज है, और सहायक है मेरे ज्येष्ठ सहोदर श्री रमेश मुनि जी शास्त्री काव्यतीर्थ तथा सद्गुरुणी जी श्री पुष्पवती जी म एवं मातेश्वरी श्री प्रकाशवती जी की प्रबल प्रेरणा भी मुझे सदा उत्प्रेरित करती रही । जिससे यह संग्रह शीघ्र तैयार हो सका है ।
इसका आकार-प्रकार जैसा भी कुछ है, वह भक्तिमती और गुणानुरागिणी जनता के सम्मुख है और वह सब गुरुदेव की सेवा मे समर्पित है ।
लोढा धर्मशाला
अजमेर
२०-११-७३
राजेन्द्रमुनि शास्त्री