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(२) . लुधियाना मे था, जैन-धर्म-दिवाकर आचार्य-सम्राट, गुरुदेव पूज्य श्री आत्मा राम जी महाराज के पावन चरणो मे निवास चल रहा था। उन दिनो श्री हसराज जी वायरलैस लुधियाना आए थे श्री हसराज की वैज्ञानिकता सर्वप्रसिद्ध है । आर्यसमाज मन्दिर दालबाजार मे उन्होने अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा के अनेको वैज्ञानिक चमत्कार दिखलाए थे। परमाणुओ के विचित्र और
आश्चर्य पूर्ण चमत्कार उन्हो ने अपनी कलाप्रदर्शनी मे प्रस्तुत किए थे। परिचय लिए कुछ एक चमत्कारो का निर्देश नीचे की पक्तियो मे किया जाता है।
१. आवाज पर चलने वाला पखा-यह पखा आदमी की भाति आज्ञा का पालन करता है । 'चलो' का शब्द कहते ही वह चल पडता है, एकदम वायु बिखेरने लग जाता है और जब 'रुको' इतना शब्द बोल दिया जाता है तो एकदम वह खडा हो जाता है।
२. अद्भुत नल-यह नल इतना विचित्र है कि आदमी के सन्मुख आते ही पानी गिराने लगता है और जब आदमी इस के आगे से पीछे चला जाता है तव यह तत्काल पाती गिराना बन्द कर देता है।
३. बिजली का वल्ब-यह वल्व (Bulb) भी पखे कीतरह मनुष्य की आज्ञा मानता है। यह वल्व "जलो" यह आदेश पाते ही प्रकाश देना प्रारम्भ कर देता है और निषिद्ध कर देने पर प्रकाश देना छोड़ देता है।
४. जीवित मनुष्य का रेडियो-यह विज्ञान का अपूर्व