________________
१. न फरे हिसा किसी की,
ज्ञान का यही सार है । हिंसा कर्म में रत मनुष्य फा,
जान सब निस्सार है ।।
6. विश्व हे निखिल धर्मों में,
___ अहिंसा हो प्रधान है ! अहिंसा का आविष्कार हो,
मुख-मय विज्ञान है ।
३. संसार के हर मं को.
महिला मामा ! * महावीर ले र सुपचण,
दिनांकमा: