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हमारे सहयोगी लेखक
२५. प्राचार्य श्री नानालालजी म० सा० : जैन ग्राचार्य, ग्रागमवेत्ता और शास्त्रज्ञ, ममतादर्शन के गूढ़ व्याख्याता ।
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२६. डा० नेमीचन्द जैन : इन्दौर विश्वविद्यालय में हिन्दी प्राध्यापक, 'तीर्थंकर' के सम्पादक, लेखक, समीक्षक और भापाविदु, ६५ पत्रकार कॉलोनी, साकेतनगर के पास, कनाड़िया मार्ग, इन्दौर - १ ( म० प्र० )
२७. डा० प्रेमप्रकाश भट्ट : शासकीय महाविद्यालय सांभरलेक में हिन्दी प्राध्यापक, विद्वान् लेखक |
२८. डा० प्रेमसुमन जैन : उदयपुर विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में प्राकृत के प्राध्यापक, संस्कृत, प्राकृत और जैन साहित्य के विद्वान्, 'कुवलयमाला का सांस्कृतिक श्रव्ययन' विषय पर शोध कार्य, ४, रवीन्द्रनगर, उदयपुर ।
२६. श्री भंवरमल सिंघी : प्रबुद्ध विचारक और लेखक, कई सामाजिक और शैक्षणिक संस्थाओं से सम्बद्ध, सुस्मिता, १६२ / सी / ५३३ लेक गार्डन्स, कलकत्ता- ४५,
३०. डा० भागचन्द जैन : नागपुर विश्वविद्यालय में पालि और प्राकृत विभाग के अध्यक्ष, जैन और बौद्ध साहित्य के विशेषज्ञ, सीलोन से “Jainism in Buddhist Literature" विषय पर शोधकार्य, न्यू एक्सटेशन एरिया, सदर, नागपुर (महाराष्ट्र )
३१. श्री मधुकर मुनि: जैन मुनि, प्रबुद्ध चिन्तक और लेखक ।
३२. श्री महावीर कोटिया : कथाकार और लेखक, जैन-साहित्य में कृष्ण कथा विपयक विशिष्ट कार्य, केन्द्रीय विद्यालय, जयपुर में हिन्दी के स्नातकोत्तर अध्यापक, ४४ एवरेस्ट कॉलोनी, टोंक रोड, जयपुर-४ |
३३. डा० महावीर सरन जैन : जबलपुर विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर हिन्दी एवं भाषा विभाग के अध्यक्ष, लेखक, समालोचक और भाषाविद्, जबलपुर विश्वविद्यालय गृह, पचपेढ़ी, जवलपुर 1
३४. डा० महेन्द्र सागर प्रचंडिया : वार्ष्णेय कालेज, अलीगढ़ में हिन्दी - प्राध्यापक, लेखक और समीक्षक, बारहमासा काव्य परम्परा पर शोधकार्य । कई सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं से सम्बद्ध, पीली कोठी, आगरा रोड, अलीगढ़ ( उ० प्र० )
३५. श्री माईदयाल जैन : विचारक, लेखक और भाषाविद्, ४५६६ डिप्टीगंज, दिल्ली - ६ । ३६. श्री मिट्ठालाल मुरड़िया : ग्रध्यापक और लेखक, एच. एम. जैन छात्रालय, १६ प्रिमरोज, बैंगलोर - २५ |
३७. श्री मिश्रीलाल जैन: कवि, लेखक और कथाकार, एडवोकेट, पृथ्वीराज मार्ग, गुना ( म० प्र० )
३८. श्री यज्ञदत्त श्रक्षय: प्रवुद्ध चिन्तक और लेखक, सुमति संगम, नला बाजार, अजमेर |