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अपश्चिम तीर्थंकर महावीर, भाग-द्वितीय : 288
11. क भगवान् महावीर एक अनुशीलन, वही, पृ. 4501
ख. Agama Aura Tripitaka Eka Anuselana, Muni Shri Nagarajaji, Volume I, Page-311
12. वृहत्कल्पलघुभाष्य, भद्रबाहुवृत्ति, भाष्यकार संघदासगणि, द्वितीय-विभाग, प्रथम उद्देशक, भाग - 2, गाथा 997-99, पृ. 314-15, प्रका, श्री जैन आत्मानद सभा, भावनगर, सन् 19361
13. Agama Aura Tripitaka. Eka Anuselana, Volume I, Page-311 14, महावीर चारित्र, आ. गुणचन्द, अष्टमप्रस्ताव, पृ 4351
15. महावीर चारित्र, आ. गुणचन्द, अष्टमप्रस्ताव, वही, पृ. 4351
16. भगवती सूत्र, द्वितीय विभाग, अभयदेव सूरि, पत्रांक 6201
17. भगवती सूत्र, द्वितीय विभाग, अभयदेव सूरि, वही, पत्रांक 6201 18. त्रिषष्टिश्लाकापुरूषचारित्र, पृ. 262-63, सर्ग-121
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