________________
अपश्चिम तीर्थकर महावीर - 86 10, पृ. 1 (ख) कल्पसूत्र; लक्ष्मीवल्लभोपाध्याय विरचित कल्पद्रुमकलिकादि टीकाओं का हिन्दी भाषान्तर; वही; पृ. 39 उपलब्ध-सेठिया ग्रन्थालय, क्रमांक 5542 (क) त्रिषष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 2 (ख) कल्पसूत्र, लक्ष्मीवल्लभोपाध्याय विरचित कल्पद्रुमकलिकादि टीकाओं का हिन्दी भाषान्तर; वही; पृ. 40 त्रिषष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 2 वही, पृ. 2 (क) त्रिषष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 2 (ख) जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति; वही; तृतीय वक्षस्कार त्रिषष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 2 (क) आवश्यक सूत्र; श्री मलयगिरि वृत्ति युक्त; वही; पृ. 244 (ख) त्रिषष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 4 (क) आवश्यक सूत्र; श्री मलयगिरि; वही; पृ. 247 (ख) त्रिषष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 4 (क) आवश्यक सूत्र; श्री मलयगिरि; वही; पृ. 247 (ख) त्रिषष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 5 (क) आवश्यक सूत्र; श्री मलयगिरि; वही; पृ. 247 (ख) त्रिषष्टि श्लाका पुरुप चारित्र; वही; पृ. 5 (क) आवश्यक सूत्र; श्री मलयगिरि; वही; पृ. 247 (ख) त्रिपष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 5 (क) आवश्यक सूत्र; श्री मलयगिरि; वही; पृ. 248 (ख) त्रिषष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 5 (ग) कल्पसूत्र; लक्ष्मीवल्लभोपाध्याय विरचित कल्पद्रुमकलिकादि टीकाओं का हिन्दी भाषान्तर; वही; पृ. 42 (क) आवश्यक सूत्र; श्री मलयगिरि; वही; पृ. 248 (ख) त्रिपष्टि श्लाका पुरुष चारित्र; वही; पृ. 5 (क) आवश्यक सूत्र, श्री मलयगिरि; वही; पृ. 248 (ख) त्रिष्टि ग्लाका पुरुष चारित्र: वही; पृ. 5 (क) आवश्यक रात्र, मलयगिरि, वही; पृ. 248 (a) विष्टि ग्लाका पुरुष चारित्र, वही, पृ. 5