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________________ प्रश्न-हे प्रभो, अनायास ही धन किस कर्म से प्राप्त होता उत्तर-गुप्त रूप से दान देने से। प्रश्न-हे प्रभो, युवावस्था में पत्नी का वियोग क्यों होता उत्तर-पूर्व-जन्म में बलात्कार करने से। प्रश्न-युवावस्था में स्त्री को पति का वियोग उसके किस कर्म के कारण सहना होता है? उत्तर-पुरुष को वश में करने के लिए तन्त्र मन्त्र करने और औषधियों के प्रयोग से । प्रश्न हे पूज्य, शरीर में एक साथ ही सोलह रोग किस कर्म के फलस्वरूप पैदा होते हैं ? उत्तर-ग्रामों, नगरों को जलाने से, जनता को दुःख पहुंचाने से। प्रश्न-हे प्रभो, कोई मनुष्य सत्य बोलता है, किन्तु फिर भी लोग उसकी बात पर विश्वास क्यों नहीं करते? उत्तर-झूठी गवाही देने के कारण, या असत्यवादियों की सहायता करने के कारण। प्रश्न हे पूज्य, मनुष्य को दुखमय दीर्घ जीवन उसके किस कर्म के कारण प्राप्त होता है ? उत्तर-चलते-फिरते त्रस्त जीवों की हिंसा करने से, असत्यभाषण करने से, मुनियों को असाताकारी भोजन-जल देने से । प्रश्न-हे पूज्य, मनुष्य को सुखमय जीवन उसके किस पुण्यकर्म के कारण प्राप्त होता है ? १३५
SR No.010149
Book TitleAntim Tirthankar Mahavira
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShakun Prakashan Delhi
PublisherShakun Prakashan Delhi
Publication Year1972
Total Pages149
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size6 MB
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