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मेन पूजापाठ
पचकल्याणक
सर्वार्थसिद्धितं चये, मरुदेवी उर आय । दोज असित आषाढकी, जजूं तिहारे पाय ॥
चेत बढी नौमी दिना, जन्म्या श्रीभगवान | सुरपति उत्सव अति करचा. में पूजौं घर ध्यान ॥
दिनापविनेन्द्राय अप्य निर्वपामीति
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श्री निर्वपामीति ।
तृणवन पाडि सबछोड़िके, नप धाग्यो वन जाय । नॉमी चैत्र असेन की, जजूं तिहारे पाय ॥
भजन दयमिति ।
फाल्गुण नदि एकादशी, उपज्यो केवलज्ञान | इन्द्र आय पूजा करी, में पूजों इह थान ॥
काय भीमानाने ज
माथ चतुर्दशि कृष्णकी, मोक्ष गये भगवान | भवि जीवोंको बोधिके पहुँचे शिवपुर धान ॥
#mam qhri arus a nesima sundramufahz14 - जपमाला |
आदीवर महाराज मे निती तुम
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कर्म । चारों गतिके मांहि में दुःपायो मो सुनो ॥