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________________ मेन पूजापाठ पचकल्याणक सर्वार्थसिद्धितं चये, मरुदेवी उर आय । दोज असित आषाढकी, जजूं तिहारे पाय ॥ चेत बढी नौमी दिना, जन्म्या श्रीभगवान | सुरपति उत्सव अति करचा. में पूजौं घर ध्यान ॥ दिनापविनेन्द्राय अप्य निर्वपामीति १०३ श्री निर्वपामीति । तृणवन पाडि सबछोड़िके, नप धाग्यो वन जाय । नॉमी चैत्र असेन की, जजूं तिहारे पाय ॥ भजन दयमिति । फाल्गुण नदि एकादशी, उपज्यो केवलज्ञान | इन्द्र आय पूजा करी, में पूजों इह थान ॥ काय भीमानाने ज माथ चतुर्दशि कृष्णकी, मोक्ष गये भगवान | भवि जीवोंको बोधिके पहुँचे शिवपुर धान ॥ #mam qhri arus a nesima sundramufahz14 - जपमाला | आदीवर महाराज मे निती तुम · कर्म । चारों गतिके मांहि में दुःपायो मो सुनो ॥
SR No.010139
Book TitleSanatkumar Chavda Punyasmruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages664
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size21 MB
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