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उदारमना सेठ छदामीलाल का जैन जगत में प्रसिद्ध संगमरमर का दिगम्बर जैन मंदिर है। यहां भगवान गोम्मटेश्वर बाहुबली की 37 फुट अवगाहना की मूर्ति स्थापित है, जो उत्तर भारत की सबसे बड़ी मूर्ति है। मंदिर में खुली हुई वेदी पर श्वेत पाषाण की सात फुट ऊंची भगवान महावीर की पद्मासन प्रतिमा है। इससे ये महावीर जिनालय के नाम से जाना जाता है। जैन म्यूजिम बना है। मंदिर के आगे विशाल मानस्तम्भ है।
प्रसिद्ध अतिशय क्षेत्र चन्द्रवाड़ यहां से 4 मील दूर है। इसके अलावा ऋषभनगर (मरसलगंज) राजमल, पाण्डुपुर (पाढम) आदि भी निकट ही है ।
अपने कांच और चूड़ी उद्योग के कारण यह नगर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां पर तीन हजार जैन परिवार रहते हैं। जिसमें लगभग एक हजार परिवार पद्मवती पुरवाल दिगम्बर जैन समाज के हैं जिनकी जनसंख्या पन्द्रह हजार से अधिक है। पद्ममावती पुरवाल समाज के जिनालय1. बड़ा मंदिर, कटरा पठानान, फीरोजाबाद
2. छोटा मंदिर, कटरा पठानान, फीरोजाबाद
3. जैन मंदिर, घेर खोखल मोहल्ला, फीरोजाबाद 4. बाहुबली मंदिर, नई बस्ती, फीरोजाबाद
5. छोटा मंदिर, नई बस्ती, फीरोजाबाद
6. द्वारकी मंदिर, जैन कटरा, फीरोजाबाद
7. श्री शीतलनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, नसियाजी, फीरोजाबाद
8. नसियांजी में ही श्री नेमिनाथ मंदिर
9. श्री दि. जैन मंदिर, गांधी नगर, फिरोजाबाद
10. श्री दि. जैन मंदिर, हनुमान गंज, फिरोजाबाद फीरोजाबाद के पद्मावती पुरवाल समाज के जैन मंदिर
पद्मावतीपुरवाल दिगम्बर जैन जाति का उद्भव और विकास
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