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47. कवि वल्हया वृधिराज-प्रनेकान्त वर्ष 16 कि. 6, फर. 1964
परमानन्द शास्त्री 48. हिन्दी के मलभ्य ग्रन्थों की खोज-अनेकान्त वर्ष 16 कि. 6, कर. 64
डॉ. कस्तूरचन्द कासलीवाल 49. कविवर देवीदास-परमानन्द शास्त्री-अनेकान्त वर्ष 11, कि.
7-8 सितम्बर अक्टू. 52 50. माली रासो (जिनदासका)-अनेकान्त वर्ष 23, कि. 2. जून, 1970
परमानन्द शास्त्री 51. हिन्दी भाषा के कुछ अप्रकाशित ग्रन्थ-अनेकान्त वर्ष 23 कि. 2, जून पन्नालाल अग्रवाल
1970 52. सूरदास और हिन्दी का जैन पद काव्य-अनेकान्त वर्ष 19, कि. 2, डॉ. प्रेमसागर जैन
प्रग. 1966 53. अग्रवालों का जैन संस्कृति में योगदान-अनेकांत वर्ष 20 कि. 4, परमानन्द शास्त्री
भक्टू. 1967 54. हिन्दी के जैन कवि और काव्य-अनेकान्त वर्ष 19, कि. 6, 1967 55. भट्टारक विजयक्रीति -अनेकान्त वर्ष 17, कि. 2, जून 1964
डॉ. कस्तूरचन्द कासलीवाल 56. दिगम्बर कवियों के रचित -अनेकांत वर्ष 17, कि. 2, जून 1964
वेलि साहित्य-अमरचद नाहटा 57. प्रद्युम्न चरित्र का रचनाकाल व-अनेकांत वर्ष 14 ,कि. 6, जून 1957
रचयिता-अगरचंद नाहटा 58. पुराने साहित्य की खोज-अनेकांत वर्ष 14, कि. 6, जून, 1957 29. हिन्दी के नये साहित्य की खोज-अनेकांत वर्ष 14, कि. 12, जुलाई
डॉ. कस्तूरचंव कासलीवाल 1957 69. शान्तिनाथ फागु (भ. सकलकीति-अनेकान्त वर्ष 19. कि. 4, प्रदू. कुन्दनलाल जैन
1966 61. समयसार के टीकाकार -अनेकान्त वर्ष 12, कि. 7, दिसं. 1953
रूपचन्द जी-प्रगरचन्द नाहटा 62. पं. शिरोमणिदास विरचित धर्मसार-अनेकान्त वर्ष 22, कि. 1, मल
डॉ. भागचन्न जन भाकर 1968 63. जैन काव्य में विरहानुभूति भनेकान्त वर्ष 22, कि. 1, अप्रैल, 1969
डॉ. गंगाराम गर्म