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________________ प्र० १२-मेरी स्त्री न होने से मै दुखी और मेरी स्त्री होने से मै सुखी । इस वाक्य पर जीवतत्व सम्बन्धी जीव की भूल का स्पष्टीकरण कीजिए। उ०-प्रश्नोत्तर १ से ८ तक के अनुसार उत्तर दो। प्र० १३-कुरुप होने से मै दुःखी और सुन्दर होने से मै सुखी। इस वाक्य पर जीवतत्त्व सम्बन्धी जीव की भूल का स्पष्टीकरण कीजिए। उ०-प्रश्नोत्तर १ से ८ तक के अनुसार उत्तर दो। प्र० १४-दूध मिलने से मै सुखी और दूध न मिले तो मै दुःखी। इस वाक्य पर जीवतत्व सम्बन्धी जीव की भूल का स्पष्टीकरण कीजिए। उ०-प्रश्नोत्तर १ से ८ तक के अनुसार उत्तर दो। प्र० १५-लडकी होने से मै दुःखी और लडका होने से मै सुखी। इस वाक्य पर जीवतत्त्व सम्बन्धी जीव की भूल का स्पष्टीकरण कीजिए। उ०-प्रश्नोत्तर १ से ८ तक के अनुसार उत्तर दो। प्र० १६-हल्का होने से मै दुःखीं और भारी होने से मै सुखी। इस वाक्य पर जीवतत्व सम्बन्धी जीव की भूल का स्पष्टीकरण कीजिए। उ०-प्रश्नोत्तर १ से ८ तक के अनुसार उत्तर दो। प्र० १७-बदबू आने से मै दुःखी और खुशबू आने से मै सुखी।
SR No.010123
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages319
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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