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नामकर्म नाम का महा पुण्य का उदय होता है उन्हे तीर्थकर कहते
है ।
प्र० १२५ - भरत चक्रवर्ती किसके ? थे पुत्र उत्तर - भरत चक्रवर्ती राजा ऋषभ देव के प्र० १२६ - ऋषभ देव तीर्थकर कहाँ जन्मे ?
पुत्र
उत्तर - ऋषभदेव तीर्थकर अयोध्या नगरी में जन्मे थे ? प्र० १२७ - अयोध्या अपना तीर्थ है वह किसलिए
?
उत्तर - तीर्थकर होने वाले बालक ऋषभ का जन्म अयोध्या मे हुआ था इसलिए अयोध्या हमारा महान तीर्थ है ?
प्र० १२८ - राजगृही में विपुलाचल पर धर्म का उपदेश किसने दिया ?
थे ।
उत्तर - राजगृही मे विपुलाचल पर धर्म का उपदेश भगवान महावीर ने दिया था ।
प्र० १२६ - तीर्थकर भगवान ने कौनसा मार्ग दिखाया ?
उत्तर - तीर्थकर भगवान ने मोक्ष का मार्ग दिखाया है ।
प्र० १३० - मोक्ष का मार्ग क्या है ?
उत्तर-- अपने आत्मा को पहिचान कर सम्यग्दर्शन ज्ञान चारित्र को प्रकट करन' ही मोक्ष का मार्ग है ।
प्र० १३१ - जैन धर्म क्या है ?
उत्तर- अपने आत्मा को पहिचान कर सम्यग्दर्शन ज्ञान चारित्र को प्रगट करना ही मोक्ष का मार्ग है उसी को जैन धर्म कहते है ।
प्र० १३२ - राग को जैन धर्म कहते है या वीतराग भाव को ? उत्तर- वीत राग भाव को जैन धर्म कहते है ।
प्र० १३३ - चौबीस तीर्थकरों के नाम बोलो ?
उत्तर-
१- ऋषभ देव २- अजीत नाथ
३. सभव नाथ ४- अभिनन्दन