________________
( १८१ ) उत्तर-अनुपचरित असद्भूत व्यवहारनय से दो इन्द्रिय वाले जीव के स्पर्शन-रसना दो इन्द्रिया, वचन-काय दो बल, आयु और श्वासोच्छवास, इन ६ जड प्राणो का सयोग होता है।
प्र० १०७-अनुपचरित असद्भूत व्यवहारनय से तीन इन्द्रिय वाले जीव के कितने जड प्राणो का सयोग होता है ?
उत्तर-अनुपचरित असद्भूत व्यवहारनय से तीन इन्द्रिय वाले जीव के स्पर्शन-सना-घ्राण तीन इन्द्रिया, वचन बल दो बल, आयु और स्वासोच्छवास, इन सात जड प्राणो का सयोग होता है।
प्र० १०८-अनुपचरित असदभूत व्यवहारनय से चार इन्द्रिय वाले जीव के कितने जड प्राणो का सयोग होता है ?
उत्तर-अनुपचारित असद्भूत व्यवहारनय से चार इन्द्रिय वाले जीव के स्पर्शन-रसना-घ्राण-चक्ष चार इन्द्रिया, वचन-बल दो बल, आयु और श्वासोच्छवास, इन आठ जड प्राणो का सयोग होता है।
प्र० १०६ --अनुपचरित असदभूद व्यवहारनय से पाच इन्द्रिय वाले असैनी जीव के कितने जड प्राणो का सयोग होता है ? ।
उत्तर-अनुपचरित असद्भूत व्यवहारनय से पाच इन्द्रिय वाले असैनी जीव के स्पर्शन-रसना-घ्राण-चक्षु कर्ण पाच इन्द्रिया, बचनकाय दो बल, आयु और श्वासोच्छवास, इन नौ जड प्राणो का सयोग होता है।
प्र० ११०-अनुपचरित असदभूत व्यवहारनय संज्ञी पाच इन्द्रिय वाले जीव के कितने जड प्राणो का सयोग होता है ?
उत्तर-अनुपचरित असद्भूत व्यवहारनय से सैनी पाच इन्द्रिय वाले जोव के स्पर्शन-रमना-घ्राण-चक्षु-कर्ण पाच इन्द्रिया, मन• वचन-काय तीन बल, आयु और श्वासोच्छवास, इन दस जड प्राणो का सयोग होता है।
प्र० १११-अनुपचारित असदभत व्यवहारनय से जड प्राण जीव के होते है-ऐसा कौन कह सकता है और क्यो ?