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________________ Tenा पहला अधिकार जीवबध, पुद्गल बंध और उभयबंध का दस प्रश्नोत्तरों , द्वारा स्पष्टीकरण। प्रश्न १-बंध किसे कहते है ? उत्तर-जिस सवध विशेष से अनेक वस्तुओ मे एकपने का ज्ञान होता है उस सवध विशेष को बध कहते है। प्रश्न २-बध की परिभाषा मे चार बाते कौन-कौन सी जाननी चाहिए। जिनके जानने-मानने से मिथ्यात्वादि का अभाव होकर धर्म की प्राप्ति, वृद्धि और पूर्णता की प्राप्ति हो ? उत्तर-(१) सबध विशेप होना चाहिए। (२) अनेक वस्तुये होनी चाहिए। (३) बाहरी रूप से देखने मे, कथन मे एक आनी चाहिए। (४) जैसा-जैसा वस्तु स्वरूप है, वैसा-वैसा ही ज्ञान में आना चाहिए। प्रश्न ३-बंध कितने प्रकार के है ? उत्तर-तीन प्रकार के है। (१) जीव वन्ध (२) पुद्गल बन्ध (३) उभय बन्ध । प्रश्न ४-मै लोधी हूं-यह कौन सा वन्ध है, और इसमे बन्ध की चार बातें लगाकर समझाइये? .. उत्तर-मै क्रोधी हूँ-यह जीव बन्ध है। (१) मै क्रोधी-यह सम्बन्ध विशेप है। (२) एक आत्मा और क्रोध का भाव-यह अनेक वस्तुये हुई। (३) बाहरी रूप से देखने मे तथा बोलने में आता है
SR No.010123
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages319
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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