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________________ (६७) प्र० ५४-मोक्ष मार्ग कितने है ? प्र० ५५-मोक्ष मार्ग का कथन कितने प्रकार से किया जाता है ? प्र०५६-सम्यग्दर्शन पर निश्चय-व्यवहार लगाकर बताओ? प्र० ५७-श्रावकपने पर निश्चय-व्यवहार लगाकर बताओ? प्र०५८-मुनिपने पर निश्चय-व्यवहार लगाकर बताओ? प्र० ५६-निश्चय सम्यग्दर्शन किसे कहते है ? प्र० ६०-निश्चय सम्यग्ज्ञान किसे कहते है ? प्र०६१- निश्चय सम्यक्चारित्र किसे कहते है ? प्र० ६२- व्यवहार सम्यग्दर्शन किसे कहते है ? प्र० ६३-व्यवहार सम्यग्ज्ञान किसे कहते है ? प्र० ६४-व्यवहार सम्यक्चारित्र किसे कहते है ? प्र० ६५-जीव द्रव्य का ज्यो का त्यो श्रद्धान क्या है ? प्र० ६६-अजीव द्रव्य का ज्यो का त्यो श्रद्धान क्या है ? प्र० ६७-आस्रव तत्त्व का ज्यो का त्यों श्रद्धान क्या है ? प्र०६८-बन्धतत्त्व का ज्यो का त्यो श्रद्धान क्या है ? प्र० ६९-संवरतत्त्व का ज्यो का त्यो श्रद्धान क्या है ? प्र०७०-निर्जरातत्त्व का ज्यो का त्यो श्रद्धान क्या है ? प्र०७१-मोक्षतत्त्व का ज्यो का त्यो श्रद्धान क्या है ? प्र०७२-व्यवहार सम्यग्दर्शन क्या है ?
SR No.010123
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages319
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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