________________
इ
( ८५ )
मैं काला, मैं गोरा, मै लाल, मै हरा, मैं पीला इत्यादि यह पर गुणो मे अबुद्धिरूप मिथ्यात्व भाव है।
प्रश्न ७५ - परपर्यायो मे अहंबुद्धिरूप मिथ्यात्वभाव क्या है ? उत्तर - मैं देव, मैं नारकी, मैं मनुष्य, मैं तिर्यंच, और इनके एकेन्द्रिय आदि अवान्तर भेद-प्रभेद मे अहवुद्धि होना यह पर पर्यायो मे अहवुद्धिरूप मिथ्यात्व भाव है ।
प्रश्न ७६ - परद्रव्य में ममकार बुद्धिरूप मिथ्यात्वभाव क्या है ? उत्तर - मेरा घन, यह मेरा मकान, यह मेरे आभूषण, यह मेरे कपडे, यह मेरा बक्सा, यह मेरा पलग, यह मेरा वाग, यह मेरी घडी, यह मेरे दस हजार के नोट, यह मेरा पुस्तकालय, यह मेरा भोजन इत्यादि पर वस्तुओ मे ममकारपना, यह पर द्रव्यो मे ममकार वुद्धिरूप मिथ्यात्व भाव है |
?
प्रश्न ७७ - पर गुण में ममकार बुद्धिरूप मिथ्यात्वभाव क्या है उत्तर - शरीर के वल वीर्य को ऐसा मानना कि यह मेरा बल ऐसा है कि अनेक पराक्रम करूँ, यह मेरा शब्द, यह मेरी चाल, यह मेरी ऊँगलियाँ, यह मेरा मुँह, यह मेरा नाक, यह मेरा कान, यह मेरा दान्त इत्यादि अनेक कार्यो मे प्रवृत्ति होना यह पर गुणो मे ममकार बुद्धिरूप मिथ्यात्व भाव है ।
प्रश्न ७८-- पर पर्याय मे ममकार बुद्धिरूप मिथ्यात्वभाव क्या है? उत्तर -- यह मेरे पुत्र, यह मेरी स्त्री, यह मेरी माता, यह मेरे पिता, यह मेरे भाई, यह मेरी वहिन, यह मेरे नौकर, यह मेरी प्रजा, यह मेरे हाथी, यह मेरे घोडे, यह मेरी गाय-भैस इत्यादि मे ममकारबुद्धि होना, यह पर पर्यायो मे ममकार बुद्धिरूप मिथ्यात्व भाव है ।
M24
?
प्रश्न ७६ - दृष्टिगोचर पुद्गल पर्यायों मे द्रव्य बुद्धिरूप मिथ्यात्वभाव क्या है उत्तर - दृष्टि मे जितनी पुद्गल की पर्याय आती हैं उनको जुदाजुदा द्रव्य मानता है । जैसे ये घट है, यह स्वर्ण है, यह पाषाण है, ये