________________
(७) (६) सर्वज्ञ के ज्ञान में पदार्थ झलकते है किन्तु भूत
काल तथा भविष्यत काल की पर्यायें स्पष्ट रुप से नहीं झलकती आदि खोटी मान्यतायें क्यों पाई
जाती हैं ? उत्तर-दिगम्बर धर्मी कहलाने वाले त्यागी पंडितों में खोटी
मोन्यता यह बताती है कि उन्हें शीघ्र निगोद में जाने की तैयारी है। क्योंकि :(१)-प्रादिनाथ भगवान से भरत जी ने पूछा थाभगवान भविष्य में आप के समान तीर्थीर होने वाला कोई जीव यहाँ है, तो भगवान ने कहा था यह मारीच अन्तिम २४ वा तीर्थकर महावीर होगा। तो विचारो समोशरण में कितने जीव थे भगवान को सभी जीवों की भूत भविष्य वर्तमान पर्यायों का ज्ञान था । खोटी मान्यता वालों ने यह नहीं माना इसलिए निगोद के पात्र हैं। (२)-भगवान नेमिनाथ से द्वारिका का भविष्य पूछा था उन्होंने कहा था-१२ वर्ष बाद आग लगेगी। खोटी मान्यता वालों ने यह भी नही माना इसलिए निगोद के पात्र हैं।
(३)-दिगम्बर शास्त्र पंचम काल के प्राचार्यों के लिखे हुए हैं उनमें जीवों के भूत भविष्य के दस दस भवों का वर्णन आता है उसे भी नहीं माना इसलिए निमोद के पात्र हैं।