________________ ( 211 ) प्रश्न ३६-चक्कू से मेरी ऊंगली कट गई इस वाक्य में ज्ञानराग-चाकू-ऊगली कटना, इन चार कार्यों पर प्रश्नोत्तर 1 से 25 तक के अनुसार उत्तर दो? प्रश्न ३७-मैंने चकला-बेलन आदि से रोटी बनाई इस वाक्य में ज्ञान-राग-चकला-बेलन-रोटी, इन पाँच कार्यों पर प्रश्नोत्तर 1 से 25 तक के अनुसार उत्तर दो? प्रश्न ३८-मैंने मंजन से दांत साफ किये-इम वाक्य मे ज्ञानराग-मनन-दांत साफ, इन चार कार्यों पर प्रश्नोत्तर 1 से 25 तक के अनुसार उत्तर दो? / प्रश्न ३६-मैं पाउडर लगाने से गोरा हो गया-इस वाक्य में ज्ञानराग-पाउडर-गोरा, इन चार कार्यों पर प्रश्नोत्तर 1 से 25 तक के अनुसार उत्तर दो? प्रश्न ४०-मैंने हाथ कलम से पुस्तक बनाई इस वाक्य मे ज्ञानराग-कलम-हाथ-पुस्तक, इन पाँच कार्यों पर प्रश्नोत्तर 1 से 25 तक के अनुसार उत्तर दो? श्रावक का आचरण रात्रि भोजन मे त्रस हिंसा होती है, इसलिए श्रावक को उसका त्याग होता ही है। इसी प्रकार अनछने पानी मे भी त्रस जीव होते है / शुद्ध और मोटे कपडे से छानने के पश्चात् ही श्रावक पानी पीता है / रात्रि को तो पानी पिये ही नही और दिन मे छान कर पियें। रात्रि को बस जीवो का सचार बहुत होता है। | इसलिए रात्रि मे खान-पान से बस जीवो की हिंसा होती है। जिसमे त्रस हिंसा होती है / ऐसे कार्य श्रावक के नहीं हो सकते / पूज्य श्रीकानजी स्वामी श्रावक धर्म प्रकाश 53-54 .