________________ ( 186 ) तो उसमे अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नौ नम्बर क्षणिक उपादान कारण मुंह खुलने रूप कार्य का यहां पर सच्चा उपादान कारण है। C. प्रश्न -आत्मा का चारित्रगुण भी रागरूप कार्य का सच्चा उपादान कारण नहीं है। तो यहाँ पर रागल्प कार्य का सच्चा उपादान कारण कौन है ? उत्तर-आत्मा के चारित्रगुण मे अनादिकाल से पर्यायो का प्रवाह चला आ रहा है। मानो दस नम्बर पर रागरूप कार्य हुआ, तो उसमे अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नौ नम्बर क्षणिक उपादान कारण रागरूप कार्य का यहाँ पर सच्चा उपादान कारण है। D. प्रश्न ८-आत्मा का ज्ञानगुण भी ज्ञानरूप कार्य का सच्चा उपादान कारण नहीं है। तो यहां पर ज्ञानरूप कार्य का सच्चा उपादान कारण कौन है ? उत्तर-आत्मा के ज्ञान गुण मे अनादिकाल से पर्यायो का प्रवाह चला आ रहा है। मानो दस नम्बर पर ज्ञानरूप कार्य हुआ तो उसमे अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नो नम्बर क्षणिक उपादान कारण ज्ञानरूप कार्य का यहाँ पर सच्चा उपादान कारण है। ___A प्रश्न ६-भाषा वर्गणा मे अनादिकाल से पर्यायो का प्रवाह क्यो चला आ रहा है ? उत्तर प्रत्येक द्रव्य-गुण अनादि अनन्त ध्रौव्य रहता हुआ एक पर्याय का व्यय और दूसरी पर्याय का उत्पाद एक ही समय मे स्वय स्वत अपने परिणमन स्वभाव के कारण करता रहा है, करता है और भविष्य मे करता रहेगा-ऐसा वस्तु स्वरूप है। इसी कारण अनादिकाल से भाषा वर्गणा मे पर्यायो का प्रवाह चला आ रहा है। B प्रश्न :-मुहरूप आहार वर्गणा में पर्यायो का प्रवाह क्यों चला आ रहा है?