________________
J
( ६५ )
सच्चा उपादानकारण नहीं है तो कैसा कारण है और कैसा पा नहीं है ।
उत्तर - अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नी नम्बर राग का अभाव 'कारण है व काल सूचक है । किन्तु कार्य का जनक नही है ।
प्रश्न १०७ - अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नौ नम्बर क्षणिक उपादान कारण भी राग का सच्चा उपादानकारण नहीं है तो वास्तव मे राग का सच्चा उपादानकारण कौन है ?
उत्तर - वास्तव मे उस समय पर्याय की योग्यता क्षणिक उपादान कारण ही राग का सच्चा उपादान करण है ।
१०८ - वास्तव मे उस समय पर्याय की योग्यता क्षणिक उपादानकारण ही राग का सच्चा उपादानकारण है । ऐसा मानने से क्या लाभ हुआ ?
उत्तर - ( १ ) अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नौ नम्बर क्षणिक उपादान कारण की तरफ भी देखना नही रहा । (२) अव एक मात्र राग के लिए उस समय पर्याय की योग्यता क्षणिक उपादान कारण की तरफ ही देखना रहा । यह लाभ हुआ ।
प्रश्न १०६-- ( १ ) चारित्रगुण त्रिकाली उपादानकारण और राग उपादेय । (२) अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नौ नम्बर क्षणिक उपादानकारण और राग उपादेय । (६) उप समय पर्याय की योग्यता राग क्षणिक उपादानकारण और राग उपादेय । ऐमा शास्त्रों में बताया । परन्तु इतना लम्बा-लम्बा झगडा करने से क्या लाभ था ? कह देते कि कार्य उस समय पर्याय की योग्यता क्षणिक उपादान कारण से ही होता है।
?
उत्तर- ( १ ) निमित्त कारणो से पृथक करने की अपेक्षा से चारित्र गुण त्रिकाली उपादान कारण को बताना आवश्यक था । ( २ ) भविष्यत् की पर्यायो से पृथक् करने की अपेक्षा से और अभाव कारण का ज्ञान कराने के लिए अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नो