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बस्तु अपना २ प्रयोजनभूत कार्य करती है ऐसा वस्तुत्व गुण ने बताया तो द्रव्यत्व गुण बताने के पीछे यह रहस्य है कि वह प्रयोजनभूत कार्य 'निरन्तर बदलता' ही रहता है ।
उ०
प्र० ३७. द्रव्यत्व गुण का कार्य कब पूरा होगा ?
उ०
प्र० ३८. क्या जीव की पर्याय प्रजीव से बदलती है ? कोई ऐसा माने तो ? विल्कुल नहीं
(१) जीव के द्रव्यत्व गुण को नहीं माना । (२) जीव को परिणमन रहित माना ।
उ०
प्र० ३६. द्रव्यत्व गुरण त्रिकाल रहता है ? किस कारण ? अस्तित्व गुण के कारण |
उ०
निरन्तर परिगमन होना ही द्रव्यत्व गुण का कार्य है फिर कार्य पूरा होने का प्रश्न ही नहीं रहता है ।
प्र ० ४०. द्रव्यत्व गुण अपना प्रयोजनभूत कार्य करता है, किस कारण ? वस्तुत्व गुण के कारण ।
उ०
प्र० ४१. द्रव्यत्व गुण विरन्तर बदलता है, द्रव्यत्व गुण के कारण ।
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उ०
किस कारण ?
प्र ० ४२. अस्तित्व, वस्तुत्व और द्रव्यत्व गुण का क्या मर्म है ? प्रत्येक वस्तु कायम रहती हुई पपना २ प्रयोजनभूत कार्य