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कही उल्लेख भी किया है या नही ? इत्यादि बातो का अन्वेषण होना जरूरी है । आशा है इतिहासज्ञ जैन विद्वान् इस पर प्रकाश डालेंगे |
कातंत्र व्याकरण के निर्माता कौन है
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इसके रचयिता के बारे मे इस लेख मे कुछ प्रकाश डाला गया है, इसी लिये लेखक के आग्रह से इस किरण में इसे प्रकाशित कर दिया गया है । मेरा अनुरोध है कि लेखक के अन्तिम कथनानुसार इसके रचयिता के बारे मे इतिहास - वेत्ता कुछ विशेष प्रकाश डालेंगे । इसमे कात को जैन व्याकरण ही माना है |
के० वी० शास्त्री