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भीमा तमा भी सरस्वती पूजा' विषयक पृथक-पृषक पूनाएं रखो
श्री नंदीश्वर पूजा के माध्यम से नंदीश्वर भक्ति का प्रतिपादन मा।' निर्माणमति के लिए भी निर्वाण क्षेत्र पूजा' की भी रचना हुई है। जैनधर्म के अनुसार विवेह क्षेत्र में बीस तीर्थकर को विद्यमानता उल्लिखित है। कविवर पानतराय द्वारा इन तीर्थङ्करों की भक्तिपरक पूजाकाव्य की रचना
इसके अतिरिक्त इस शतादि में रची गई पूजाओं में श्री सिडक पूजा, मी रत्नाप पूजा, श्री पंचमेरू पूजा, सोलहकारण पूजाएँ उल्लेखनीय है। भी सिडक पूजा में सिड भक्ति का ही प्रतिपादन हुआ है। सम्यक् दर्शन, १-श्री देवपूजा, चानतराय, बृहजिनवाणी संग्रह, सम्पादक-पं० पन्नालाल
बाकलीवाल, मदनगंज, किशनगढ़, प्रथम संस्करण १९५६, पृष्ठ ३०० । २-श्री सरस्वती पूजा, बानतराय, राजेशनित्य पूजा पाठ संग्रह, राजेन्द्र मेटिल
बर्क्स, अलीगढ़, प्रथम संस्करण १६७६, पृष्ठ ३७५ । ३-श्री नंदीश्वर द्वीप पूजा, धानतराय, श्री जैन पूजापाठ संग्रह, भागचन्द्र
पादनी, नं. ६२, नलिनी सेठ रोड, कलकत्ता-७, पृष्ठ ५५ । ४-श्री निर्वाण क्षेत्र पूजा पाठ, धानतराय, सत्यार्थ यज्ञ, सम्पादक प्रकाशक
पं० शिखरचन्द्र जैनशास्त्री, जवाहर गंज जबलपुर (म०प्र०), अगस्त
१९५०ई०, पृष्ठ २३६ । ५-जनेन्द्र सिद्धान्तकोश, भाग ३, क्षु० जिनेन्द्रवर्णी, भारतीय ज्ञानपीठ,
नई दिल्ली, प्रथम संस्करण १६७२, पृष्ठ ५५१ ।। -ओउम् ह्रीं सीमन्धर, जुगमन्धर, बाहु-सुवाह, संजातक, स्वयंप्रभ, ऋषभानन, अनन्तवीर्य, सूरप्रम, विशालकीति, बजघर, चन्द्रानन, भद्रवाह, भुजंगम, ईश्वर, नेमप्रभ, वीरसेण, महाभद्र, देवयशो, अजितबीति विशति विद्यमान तीर्थकरेभ्यो जन्म मृत्यु विनाशनाय जलं निर्वपामीति स्वाहा ।
-श्री बीस तीर्थकर पूजा, धानतराय, धार्मिक पूजापाठ संग्रह, सम्पादक तपा संकलयिता-१० श्री शीतल सागर जी महाराज, बजाज किला
रोड, अवागढ़ (एटा) (उ०प्र०), श्री वीर नि० सं० २५०४, पृष्ठ २५ । ७-श्री बीस तीर्थकर पूजा, थानतराय, धार्मिक पूजापाठ संग्रह, सम्पादक
तथा संकलयिता-अ. श्री शीतल सागर, बजाज फिला रोड, भवानड़ (एटा) (उ० प्र०), श्री वीर नि० सं० २५०४, पृष्ठ २५ । -श्री सिद्ध चक्र पूजा, हीरानंद, शानपीठ पूजांजलि, भारतीय ज्ञानपीठ, दुर्गाकुण्ड रोड, वाराणसी, प्रथम संस्करण १६५७ ई०, पृष्ठ ११६ ।