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यह पुस्तक केवल एक अंश है--इमका अग्रिम भाग
तैयार हो रहा है। ___ श्रीमान मान्यवर प्रो० डाक्टर हीरालाल जी एम० ए० के जो मन्तव्य पुस्तक के प्रारम्भ में लपे हुए हैं, उनके उत्तर में अनेक पूज्य त्यागियों के (जिनमें आचार्य; क्षुल्लक, ब्रह्माचारी जी भी हैं ) तथा अनेक ख्यातनामा विद्वानों के युक्ति
आगमपूर्ण सुन्दर उत्तर प्राप्त हो चुक हैं और छप रहे हैं। पाठक महानुभाव उन सब उत्तरों को एक ही ग्रन्थ में अवलोकन करने की प्रतीक्षा करें। ग्रन्थ शीघ्र आपके समक्ष मा नावेगा। यह पुस्तक तो उस ग्रन्थ का भाच एक अंश है।
--प्रकाशक