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तथा यह भी स्पष्ट है कि माँस, अण्डे, मत्स्य, मदिरा आदि अभक्ष्य 'पदार्थों के भक्षण करने से न तो मोक्ष की प्राप्ति ही हो सकती है और -न ही जीव सद्गति प्राप्त कर सकता है। यह तो महान् अनर्थकारी है, बहुत दोषों वाला है, इसे खाने वाला व्यक्ति मर कर नरक में -नारको का जन्म लेकर घोर यातनाओं को भोगता है ।