________________ शब्दकोष, - आ प्रांव पं० आम |प्राय कर पं० श्रा कर प्राक्रन्दन रोना प्रारनाल काजी प्रागम पा० अरिहन्त वीतराग | प्रारोप कल्पना का कहा हुआ शास्त्र प्रारोहण चढना आच्छादक ढकने वाला आलोड्यमान इधर उधर हिलाये आच्छादित ढका हुआ गये प्रातप ताप, गमी प्रावने पं० आने प्रात्मोकर्ष अपनी वडाई आवरक ढकने वाला आधार्मिक पा० साधु के आवरण ढकना निमित्त बनाया हुआ भोजन आवे है आता है प्राप्त यथार्थ वक्ता इतरेतरविविक्त अलग अलग | इन्द्रियनिरोध इन्द्रियों को वश इतरेतराश्रय दूषण पा० एक में करना दूसरे के आश्रित होना इष्टानिष्ट अच्छा बुरा इन्द्रियगोचर इन्द्रियों का विषय | इहां यहा - उच्छेद नाश उत्कट तीव्र, अधिक | उत्कृष्ट पा० अधिक से अधिक | उत्सर्पिणी पा० बढती का कान