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________________ [ १९ ] दोहा सत्य घराबर तप नहीं, रुठ बराबर पाप ॥ जाके हिरदे साँच है। ताके हिरदे आप ॥१॥ । ४-सफाई राम हमेशा साफ़ सुथरा रहता है । वह गन्दे हाथों से कभी भोजन नहीं करता। गन्दे हाथों से भोजन करने से मैल पेट में चला जाता है । फिर पेट दुखने लगता है। राम नाक भी साफ रखता है । गलोच लडकों की तरह वह नाक से फुर-फर नहीं करता। वह दूर जाकर नाक साफ़ करता है। ___ राम नहाता भी है । वह धोरे-धीरे अगों को मसल कर साफ करता है । रामू कोरा पानी नहीं बहाता । वह साफ़ जगह में ही खेलता है । देखो, उसका शरीर और कपड़े कैसे साफ हैं । ना भाई, हम तो हमेशा साफ ही रहेंगे।
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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