________________
( १४ ) उत्तर देता-अवश्य! मैं अपने भुजबल से शत्रुओं को जीत कर सारे यूरोप पर राज्य करूंगा।
नैपोलियन एक गरीब का लड़का था परन्तु माता के संस्कार और अपनी उच्च भावना से वह लगभग सारे यूरोप का बादशाह बन गया । वीर पुत्रो ! आप भी वीर अनने की भावना करोगे तो वीर बन सकोगे।
पाठ १०–नैपोलियन बोनापार्ट (भा० २) ___ नैपोलियन पांच वर्ष की अवस्था में पाठशाला में पढ़ने गया । वहां भाषा-ज्ञान प्राप्त कर के दश वर्ष की उम्र में सैनिक पाठशाला में भरती हो गया । वहां उसने गणित, विज्ञान और साहित्य में योग्यता प्राप्त की । वीर पुरुषों की जीवनियाँ नैपोलियन खूब पढ़ता था और राजाओं की हार जीत के कारण भी वह गहरे विचार के साथ सोचता था । पन्द्रह वर्ष की आयु में उसने युद्ध विद्यालय में प्रवेश किया । उस विद्यालय में राजकुमार भी पढ़ने को आते थे । उनकी सेवा के लिए नौकर भी रहते थे और नके भोजन में भी मेवा मिठाई आदि का उपयोग ज्यादा