________________
श्री विजयेन्द्र सूरी ग्वालियर
देव-दर्शनो पर यह टैक्स अनुचित है साथ ही साय हिन्दुओ और जैनो के लिए अन्यायपूर्ण । मैं आशा करता हूँ कि महाराजा सिरोही बुद्धिमत्तापूर्वक औचित्य की दृष्टि से अपने राजकोष की आय को इस धार्मिक टैक्स से न भरेंगे। मैं कान्फ्रेन्स की हार्दिक सफलता चाहता हूँ और जहाँ जाऊँगा उसके लिए संगठन और समर्थन कहंगा। श्री मुनीवल्लभ विजयजी महाराज वरकाना तीर्थ
__ व्यावर में होने वाली पावू मदिर टैक्स विरोधी कान्फ्रेन्स का मै हृदय से समर्थन करता हूँ और उसकी हार्दिक सफलता चाहता हूँ। वास्तव में यह टैक्स जैन समाज के लिए कलंक रूप है और इसके मिटाने का पूर्ण प्रयत्न आवश्यक है। इस सम्बन्ध में मैं अपनी सेवाएं देने को तयार हूँ। श्री विजयसिंह नाहर, कलकत्ता
___कान्फ्रेन्स द्वारा टैक्सो के विरोध मे जबरदस्त निश्चय की आशा करता हूँ, शुभ कामनामो के साथ। श्री सुगनचन्दजी लुणावत, धामनगाँव, वरार
आपके सभापतित्व मे कान्फ्रेन्स सफल होकर अपने उद्देश्य को प्राप्त करेगी, ऐसा मेरा विश्वास है । कान्फेन्स की पूर्ण सफलता चाहता हूँ। प्रो० हीरालाल जैन अमरावती, मध्यप्रान्त
पावू मन्दिर टैक्स के विरोध में मैं पूर्णरूप से आपके साथ और इन अनुचित टैक्सो को जैन दर्शनायियो पर से हटाने के लिए हर प्रकार के उचित प्रयत्लो से काम लिया जाना चाहिए। डाक्टर बूलचद जैन, पी एच डी. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
जिस उद्देश्य से आपने कान्फ्रेन्स का आयोजन किया है, उस प्रश्न का उठाया जाना अत्यन्त आवश्यक है। सिरोही द्वारा दर्शनार्थियो पर लगाये जाने वाले टैक्म अन्यायपूर्ण भार ही नहीं वरन् आपत्तिजनक है। वीरपुत्र आनन्द सागरजी महाराज, किशनगढ राजपूताना
आबू मदिर टैक्स विरोधी कान्फेन्स का हम स्वागत करते है। एक दीर्घ द्रष्टा की तरह विवेकपूर्ण कान्फ्रेन्स कदम भरेगी, ऐसा विश्वास है । हस्तगत कार्य सफल हो, यह हमारा शुभाशीर्वाद है। सेठ रुघनाथमलजी वैकर, हैदरावाद
कान्फ्रेन्स की सफलता चाहता हूँ। सिरोही राज्य द्वारा लगाया गया कर अपमानपूर्ण है। अपने मौलिक अधिकार के लिए जैनो को विरोव करना चाहिए ।
[ ४१