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________________ मारवाड-परिचय मारवाड़-राज्य राजपूताना प्रान्त के पश्चिमी भाग में है। इस के उत्तर में बीकानेर, उत्तर-पूर्व में जयपुर का शेखावादी परगना, पूर्व में मेवाड़ राज्य और अंग्रेजी श्रमलदारी का अजमेर मेरवाड़ा जिला, दक्षिण में सिरोही और पालनपुर रियासतें, पश्चिम में कच्छ का रन, (समुद्र की खाड़ी) और सिन्ध प्रान्त का थरपारकर जिला.. उत्तर-पश्चिम में जैसलमेर है । यह .२४ अंश, ३७ कला, और २७ अंश, ४२ कला उत्तराश तथा ३० अंश, ५ कला और ७५ अंश २२ कला पूर्व रेखांश के बीच फैला हुला है । इसकी लम्बाई उत्तर पूर्व से दक्षिण-पश्चिम तक ३२०,मील और चौड़ाई १७० मील है । मारवाड़-राज्य की सीमा पहले बहुत विस्तृत थी । अब इस राज्य का क्षेत्रफल ३५, ०१६ वर्ग.मील है । इसमें १६० वर्गमील का साँभर झील का हिस्सा भी शामिल है। किन्तु अंग्रेज़ी इलाका अजमेर मेरवाड़े की. सरहद पर बसे हुये मारवाड़ राज्य के २२ गाँवों की ५०.वर्गमील भूमि और सिन्ध का उमरकोट शामिल नहीं है जो मारवाड़-राज्य के होने पर भी सं० १८८० और १८९४ वि० से क्रमशः अंग्रेज सरकार के प्रबन्ध में है और उनके बदले ३ हजार तथा १० हजार रुपये वार्षिक
SR No.010056
Book TitleRajputane ke Jain Veer
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAyodhyaprasad Goyaliya
PublisherHindi Vidyamandir Dehli
Publication Year1933
Total Pages377
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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