________________ 730 जैनसाहित्य और इतिहास पर विशद प्रकाश मूलाचार 67, 71, 73, 76, 78, युक्त्यनुशासन 182 184, 188, 76,68, 66, 466 160, 201, 262, 267, मूलाराषना-दर्पण 486, 487,488, 264, 265, 267, 268, 486,484 301. 304, 331, 332, सुगेशवर्मा 156 334, 336, 356, 361,381, मृगेश्वरवर्मा ( कदम्बराजा ) 671 360, 406, 416, 421, 422, मेषचन्द्र 644 423, 427, 426, 467, मेरुतुगाचार्य 27, 36, 515 478, 561, 564, 565 मंत्रेय युक्त्यनुशामनटोका 264, 637,647 मोक्खपाहुड 63, 436, 660 युक्त्यनुशामनषष्ठिका(युक्तिषष्ठिका) मोक्षपाहुड 304 मोहनलाल, दलीचन्द देशाई 582 युगप्रधानप्रबन्ध 570 मौर्यवंश 38 योगदेव 680 योगसार यतिवृषम 101, 560, 561, 562, योगाचार्य-भमिशास्त्र . 142 563, 565, 567, 518, 680, योगाचार्यभमिशास्त्र और प्रक६०६, 615, 628 रणार्यवाचा (ग्रन्थ) यतिवृषभाचार्य 65, 88, 587, योगि(अनगार)-भक्ति 615, 635 गंगानगर यशस्तिनक रघवंश यशोदा रलकरण्ड 193 यज्ञोपरवरित 164, 275. 471 रत्नकरण्डफ 211, 336, 33, वशीबाह 338, 408, 416, 433, 434 यशोभद्र 467, 475, 480,481, 482, यशोविजय (उपाध्याय) 506, 526, 558 535 रत्नकरण्डउपामकाध्ययन 264 यापनीयसंब 674 रत्नकरण्डश्रावकाचार (समीचीनयुतिषष्टिका कारिका 304 धर्मशास्त्र)१५०,२४३,२४५,२४६, म्लेच्छ 8