________________
उदाई राजा
श्राज से लगभग ढाई हज़ार वर्ष पहले, भगवान् महावीर के समय, सिन्धु नदी के किनारे, 'वित्तभयापाटण' एक चड़ा ही विशाल और रमणीय नगर था। महाराज उदाई वहाँ के राजा थे। कई वर्षों तक वे न्याय-नीति और सुख-पूर्वक राज करते रहे। सत्संगति के वे बड़े प्रेमी थे । एक दिन उनके पुरायों का उदय हुश्रा। उन्हें इस बात का दृढ़ निश्चय हो गया,