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________________ ( २१६) १. प्रियकारिणी-जो नाथवंशी कुंडपुर ( ज़िला मजफ्फरपुर) के राजा सिद्धार्थ जैनी को विवाही गई थी व जो श्री महावीर स्वामी की माता थी । २. मृगावती-वत्सदेश के कौशाम्बी नगर के चन्द्रवंशी राजा शतानीक जैनको विवाही गई थी। ३. सुप्रभा-जो दशाणदेश (मंदसौर के निकट ) के हेरकच्छ नगर के सूर्यवंशी जैनी राजा दशरथ को विवाही गई। १.प्रभावती-जो कच्छ देशके रोलक नगरके जैनीराजा उदयनको विवाही गई। ५. ज्येष्ठा-जिसको गंधार देश (कन्धार) के महीनगर के राजा सात्यक ने मांगी थी। ६. चेलना-जो राजगृह के राजा श्रेणिक या विम्बसार को विवाही गई। ७. चन्दना-जो विवाह न कर आर्यिका हो गई। (उत्तर पुगण पर्व ७५ श्लोक १ से ३५) (३) हेमांगदेश-राजपुर का राजा सत्यंधर व पुत्र जीवन्धर जैनी। (उत्तरपुराण पर्व ७५) . (४) विदेहदेश-राजपुर का राजा गणेन्द्र। (उ० पु० पर्व ७५) • (५) चंपानगरी का राजा जैनी श्वेतवाहन, फिर जैन मुनि धर्मरुचि। (उ० पु० पर्व ७६ श्लोक --8) (६) सुरम्यदेश-पोदनापुर का राजा विद्रद्राज। (७) मगधदेश-तुप्रतिष्ठ नगरका राजा जयसेन जैनी। (उ०पू० पर्व ७६ श्लोक २१७-२२१)
SR No.010045
Book TitleJain Dharm Prakash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShitalprasad
PublisherParishad Publishing House Bijnaur
Publication Year1929
Total Pages279
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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