________________ जैनदर्शन नयविवरण (?) प्रकाशित (त० श्लोकवा० का अंश) अनन्तकीर्ति जीवसिद्धिटीका वादिराजके पार्श्वनाथचरितमें ( १०वीं) उल्लिखित बृहत्सर्वज्ञसिद्धि प्रकाशित लघुसर्वज्ञसिद्धि देवसेन . नयचक्रप्राकृत प्रकाशित ( 990 वि०) आलापपद्धति वसुनन्दि आप्तमीमांसावृत्ति ( १०वी, ११वों) माणिक्यनन्दि परीक्षामुख (वि० ११वीं) सोमदेव स्याद्वादोपनिषत् दानपत्रमें उल्लिखित, जैन (वि० ११वीं) साहित्य और इतिहास पृ०४८ बादिराज सूरि न्यायविनिश्चयविवरण प्रकाशित (वि० ११वीं) प्रमाणनिर्णय माइल्ल धवल द्रव्यस्वभावप्रकाश प्रकाशित (वि० ११वीं) प्राकृत प्रभाचन्द्र प्रमेयकमलमार्तण्ड (वि० ११-१२वीं) ( परीक्षामुख-टीका ) न्यायकुमुदचन्द्र (लघीयस्त्रय-टीका ), परमतझंझानिल जैन गुरु चित्तापुर आरकाट नार्थके पास अनन्तवीर्य प्रमेयरत्नमाला प्रकाशित (वि० १२वीं) (परीक्षामुख-टीका ) भावसेन त्रैविद्य विश्वतस्वप्रकाश स्याद्वाद विद्यालय बनारस में (वि० १२-१३वीं) उपलब्ध लघुसमन्तभद्र अष्टसहस्त्री-टिप्पण प्रकाशित (१३वीं) Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org