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४-अहो भगवान् ? कृष्णराजियाँ कितनी मोटी हैं ? हे गौतम ! कोई महाऋद्धि का देवता जो तीन चुटकी बजावे उतले में इस जम्बूद्वीप की २१ परिक्रमा करे ऐसी तीव्र गति से अर्द्धसास (१५ दिन ) तक जावे तो भी कोई कृष्णराजो का पार पावे और कोई का पार नहीं पाचे, ऐसी कृष्णराजियाँ मोटी है। ___५--अहो भगवान् ! क्या कृष्णराजियों में घर दुकान आदि हैं ? हे गौतम ! नहीं हैं।
६- अहो भगवान् ! क्या कृष्णराजियों में ग्रामादि हैं ? हे गौतम ! नहीं हैं।
७~अहो भगवान् ! क्या कृष्णराजियों में गाज बीज आदि है, बरसात बरसती है ? हाँ, गौतम ! गाज बीज आदि है, बरसात भी बरसती है।
८-अहो भगवान् ! यहं गाज, बीज, बरसात कौन करता है ? हे गौतम ! यह देव (वैमानिक देव ) करता है किन्तु = असुरकुमार नागकुमार नही करते हैं।
8 -- अहो भगवान् ! क्या कृष्णराजियों में बादर अप्काय, बादर अग्निकाय, और वादर वनस्पतिकाय है ? हे गौतम ! नहीं नै, याने विग्रहगति समापन्न (वाटे वहता) जीव सिवाय नहीं है।
१० -- अहो भगवान् ! क्या कृष्णराजियों में सूर्य, चन्द्र, ग्रह, नक्षत्र तारा हैं ? हे गौतम ! नहीं है।