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सा कमलंतरि कामिनी, काइ रडिज प्रभु साहि १ (४३) इस प्रकार इस लोक कथा को इन पहेलिकाओं ने और भी सरस बना दिया है सामाजिक तत्वों, स्थानीयरंगों तथा सामाजिक रिवाजों विवाह की परम्पराओं वाणिज्य की नीतियों, राज दरबार डान पान, स्त्रियों के लिए हुआ कलह, राजकीय फेटों और विवाह के धूमधाम पूर्ण वर्णनों ने रचना के वर्णन विल्प तथा सरासादिक शैली की सुबमा और बढ़ा दी है। ठोक-कथा-काव्यों में पवाड़ा नाम से परवर्ती काल में अस्कृतियां उपलब्ध होती है। वस्तुतः हिन्दी साहित्य में पवाडो का प्रारम्भ करने वाली प्राभाषिक रचनाओं में विद्याविलास पवाडी सर्व प्रथम महत्व पूर्व रचना है।
1. The first letter is theletter in front of Prabhu(i...) dear one the last letter is found in fire(i.e. Agni 1.1. Ni that loving women is in Kamal(1.e.Padan) who to you, of Lord torment her? (The answer: Padanni Padmini The first of the three types of the women 1. e. Fadmani Chitrani and Sankhand.