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वर्णित समस्याओं और प्रहेलिकाओंका है। ज्ञान परीक्षा करने की कुछ कठिन
समस्याएं देखिए :
राजा बोल की बोक निमुष्ठ नयरमा सवि लोक मुफ बेटी द गुणसुंदरी कपि रंभावर अवतरी
पसारी इसकी पति दी दो मि हे छोडी नइ नास्कर जाम विद्याविलास कूट हम
आलिंगन देई नर नाह दीधी वैश्या पनि उहि अरवराज सिंह राजकुंआरि परिणावी नृपवई आचार
३९वे पद में बुध ( Son of the sun ) तथा पिठ में बप्पी चिड़िया की ध्वनि भी है।
प्रहेलिका- ४०, ४१ और ४२ कड़ियों में कवि नै प्रहेलिकाओं का वर्णन किया है जो इस प्रकार है:
(१) स्त्री परणी किडी जाइ जीवन का सार क्या है?- (उत्तर) सास (श्वास)
(५) प्रिय के मिलने पर क्या होता है- (उत्तर) रह (रति
(२) फूलों में क्या है- (उत्तर)- बाइ(वात) संस्कृ
सर्वोल्ट
इसको यदि मिला दें- बासरवाडी स्त्री परवी किही बाइ का उत्तर
१- वही, ३० ३०२ प १२५-१३४
This 39 at. is a stanza addressing "oh intelligent (Budh) the son of the Sun) dear one (Piu 1. e. the sound of Bapphi bird alse):01 you who can be known by the name w ich the Bappiha bird utters with its mount,01 you for whose name there is the name of the son of the sun, telli/me, to my satisfaction, you will knowing one.0.0.8. CXVIII PAGE 373