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________________ निर्वेद में किया है। १५वीं शताब्दी में रचित इस कवि की भाषा अत्यन्त सरल तथा स्पष्ट है। अपशकालीन लबाणिकता के साथ कवि ने अधिकाश शब्दों को तत्सम प्रधान रखा है। ___ फागु का उद्देश्य नायक चंबू स्वामी के संयम की उत्कृष्टता को जनसाधारण में प्रचलित कर असार संसार को त्याग निर्वाण की कामना को स्पष्ट करना है। फागु गैय और काव्यात्मक है कवि नै फागु जनित उद्देश्य को स्पष्ट कर दिया है: फागु बसति जि खेलइ बेलइ मुगुण निधान विजयवंत ते छाजइ राजा तिलक समान इस प्रकार प्रस्तुत काव्य फागु काव्यों की परंपरा में वर्णन माधुर्य की एक मौलिक बड़ी है। ऐसी ही कृतिया आदिकालीन हिन्दी जैन कवियों की काव्यात समता का परिचय की है। १५वीं शताब्दी में विविध विषयक और भी कृतियां उपलब्ध होती है जिनका परिचय आगे के पृष्ठों में दिया जायगा।
SR No.010028
Book TitleAadikal ka Hindi Jain Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHarishankar Sharma
PublisherHarishankar Sharma
Publication Year
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size84 MB
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